Freedom From Fear -एक आदमी था जिसे महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया और वो बहुत जल्दी
में थी । उस व्यक्ति ने महामारी से कहा ऐसी भी क्या जल्दी है ? उसने कहा उसने बगदाद में 6 हज़ार लोगों की जान लेनी है और वहां से चली गई , वापिस आते समय वह महामारी उसे एक बार फिर मिली उस आदमी ने महामारी से बोला तुमने झूठ क्यों बोला के बगदाद में 6 हज़ार लोगों की जान लेनी है और तुमने तो 10 हज़ार लोगों की जान ले ली ।
तभी महामारी ने कहा उसने तो सिर्फ़ 6 हज़ार लोगों की जान ली थी बाकी बचे 4 हज़ार तो भय से ही मर गए ।
भय हमारा आत्मविश्वास छीन लेता है और हमें आगे बढने से रोकता है जिस कारण हमारे मन में नकारात्मक सोच पैदा होने लगती है । इसीलिए हमें मुश्किलों का डटकर सामना करना चाहिए इससे बड़े से बड़ा भय पर काबू पाया जा सकता है । कहा गया है के ‘जो डर गया वो मर गया ‘
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